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Shiksha Vyavsay
कैरियर, शिक्षा और रोज़गार
फायरमैन (Fireman) क्या होता है और कैसे बनें?
By shiksha.vyavsay
फायरमैन या फायर फाइटर या फायर ऑपरेटर वह व्यक्ति होते हैं जो कहीं पर आग लगने की स्थिति में मुख्यतः आग बुझाने और आग में फँसे लोगों को निकलने में सहायता करने का काम करते हैं। भारत में विभिन्न सरकारी और प्राइवेट विभागों / कार्यालयों में फायरमैन या फायर फाइटर के पद होते हैं और इन पदों पर कुछ विशिष्ट शैक्षिक योग्यता वाले शारीरिक रूप से फिट अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जाती है। यदि आप भी एक फायरमैन (Fireman) या फायर फाइटर (Fire Fighter) बनना चाहते हैं तो आपको इस से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी इस लेख में मिलेगी। अतः आइये जानते हैं कि फायरमैन क्या होता है और फायरमैन कैसे बनें?
Table of Contents
फायरमैन क्या होता है
फायरमैन किसी सरकारी या प्राइवेट विभाग / कार्यालय के वह पेशेवर कर्मचारी होते हैं जो मुख्यतः आग लगने की स्थिति में आग बुझाने का कार्य करते हैं। यदि आप यह सोचते हैं कि फायरमैन के पद मात्र फायर ब्रिगेड विभाग में ही होते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फायरमैन का पद भारत के अनेक सरकारी और प्राइवेट विभागों और कार्यालयों में होता है।
कुछ राज्यों / विभागों में फायरमैन को फायरफाइटर या फायर ऑपरेटर भी कहा जाता है।
फायरमैन का क्या काम होता है
एक पेशेवर फायरमैन के मुख्यतः निम्नलिखित कार्य होते हैं:-
- अपने कार्यालय में कार्यरत सभी अधिकारियों / कर्मचारियों को आग लगने की स्थिति में आग बुझाने और आग से बचने का प्रशिक्षण देना;
- अपने कार्यालय या क्षेत्र में आग लगने की स्थिति और परिस्थितियों को समझाने के लिए Mock Drill (नकली ड्रिल) कराना;
- आग लगने की स्थिति में आग को बुझाना;
- आग लगने की स्थिति में आग में फँसे जान-माल को सुरक्षित निकालने का प्रयास करना; आदि।
फायरमैन कैसे बनें
भारत में फायरमैन बनने के लिए अभ्यर्थियों के पास निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए:-
शैक्षिक योग्यता
भारत के विभिन्न राज्यों में सरकारी विभागों में फायरमैन के पद पर नियुक्ति के लिए भिन्न-भिन्न शैक्षिक योग्यताएं निर्धारित हो सकती हैं। परन्तु अधिकाँश राज्यों में 10वीं या 12वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्र फायरमैन बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं। कुछ राज्यों में 10वीं या 12वीं कक्षा के अलावा फायर सेफ्टी या फायर मैनेजमेंट या फायरमैन के क्षेत्र में सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स भी वांछित या अनिवार्य शैक्षिक योग्यता का हिस्सा हो सकता है।
अतः भारत के किसी भी राज्य में फायरमैन बनने के लिए निम्नलिखित शैक्षिक योग्यता निर्धारित हो सकती है:-
- 10वीं या 12वीं कक्षा; और/ या
- आई.टी.आई. या अन्य मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान से फायर सेफ्टी या फायर मैनेजमेंट या फायरमैन आदि के क्षेत्र में सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स।
कुछ राज्यों/ विभागों में फायरमैन की नौकरी पाने के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए फायर ब्रिगेड गाड़ी चालक होना भी आवश्यक हो सकता है, अतः ऐसे राज्यों/ विभागों में 10वीं / 12वीं कक्षा के अलावा अभ्यर्थियों के पास भारी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस होना भी अनिवार्य होता है।
शारीरिक योग्यता
फायरमैन के जॉब प्रोफाइल को देखते हुए इस पद पर आवेदन करने के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए कुछ शारीरिक फिटनेस योग्यताएं भी निर्धारित होती हैं, जो पुरुष अभ्यर्थियों के लिए मुख्यतः निम्नलिखित होती हैं:-
- न्यूनतम कद : 160 सेंटीमीटर;
- न्यूनतम वजन: 50 किलोग्राम;
- छाती का न्यूनतम माप: 81 सेंटीमीटर;
- छाती में न्यूनतम फुलाव: 5 सेंटीमीटर।
विभिन्न राज्यों में फायरमैन के पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन करने हेतू आयु सीमा मुख्यतः 18-25 वर्ष या 20-27 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम आयु सीमा में नियमानुसार छूट दी जाती है।
विभिन्न राज्यों में उपरोक्त शारीरिक फिटनेस योग्यता से भिन्न योग्यता भी निर्धारित हो सकती है, अतः किसी भी राज्य में आवेदन करने से पहले अपनी योग्यता अवश्य जाँच लें।
नियुक्ति प्रक्रिया
भारत के किसी भी राज्य सरकारी विभाग में फायरमैन के पद पर नियुक्ति मुख्यतः निम्नलिखित परीक्षाओं / परीक्षणों के माध्यम से होती है:-
- लिखित परीक्षा (अंग्रेजी/ हिंदी, सामान्य गणित, रीज़निंग, सामान्य ज्ञान आदि विषयों पर);
- शारीरिक फिटनेस टेस्ट / शारीरिक दक्षता परीक्षण (लम्बी कूद / ऊँची कूद, दौड़ आदि)।
फायरमैन कोर्स कहाँ से करें
भारत में फायरमैन या फायर सेफ्टी या फायर मैनेजमेंट या फायर तकनीशियन के विभिन्न डिग्री/ डिप्लोमा/ सर्टिफिकेट कोर्सों के लिए कुछ संस्थान निम्नलिखित हैं:-
- विभिन्न आई.टी.आई. संस्थान;
- विभिन्न पॉलिटेक्निक संस्थान;
- नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ फायर एंड सेफ्टी मैनेजमेंट;
- नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग;
- स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग, यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज़;
- दिल्ली इंस्टिट्यूट ऑफ़ फायर इंजीनियरिंग;
- इंटरनैशनल कॉलेज ऑफ़ फायर एंड सेफ्टी; आदि।
फायरमैन के लिए नौकरी के विकल्प
भारत में एक फायरमैन मुख्यतः निम्नलिखित सरकारी/ प्राइवेट विभागों में नौकरी प्राप्त कर सकता है:-
- फायर ब्रिगेड विभाग;
- पुलिस विभाग;
- रक्षा विभाग;
- नगर निगम / नगर पालिका;
- केमिकल/ टेक्सटाइल/ रबड़/ चमड़ा फैक्ट्री;
- थर्मल पावर प्लांट;
- शिपिंग कारपोरेशन; आदि।
फायरमैन की सैलरी
भारत के विभिन्न विभागों / कार्यालयों में सम्बंधित विभाग/ कार्यालय के वेतनमान के अनुसार एक नवनियुक्त फायरमैन की सैलरी 10 हजार रूपये से लेकर 40 हजार रूपये तक की हो सकती है जो समय और अनुभव के साथ बढ़ती रहती है।
यह भी पढ़ें:
- फारेस्ट गार्ड कैसे बनें?
- होमगार्ड कैसे बनें?
- पुलिस कांस्टेबल कैसे बनें?
- सिक्योरिटी गार्ड कैसे बनें?
यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको फायरमैन के पद से सम्बंधित विभिन्न जानकारियां प्राप्त हुई हैं; जैसे कि फायरमैन क्या होता है, फायरमैन का क्या काम होता है, फायरमैन कैसे बनें, फायरमैन के लिए नौकरी के विकल्प, फायरमैन की सैलरी, आदि। यदि आप भी एक फायरमैन बनना चाहते हैं तो आप इस लेख में मौजूद जानकारी का लाभ उठा कर भारत में एक फायरमैन बन सकते हैं।
आप हमारी वेबसाइट शिक्षाव्यवसाय.कॉम पर भारत में मौजूद करियर, शिक्षा और रोज़गार से सम्बंधित विभिन्न जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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Haripur (Lala ka chapra)sukhpur Balliya (Up)
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Essay on Fireman
Students are often asked to write an essay on Fireman in their schools and colleges. And if you’re also looking for the same, we have created 100-word, 250-word, and 500-word essays on the topic.
Let’s take a look…
100 Words Essay on Fireman
The role of a fireman.
A fireman, also known as a firefighter, is a hero who risks his life to protect others. They respond to fire emergencies and rescue people and properties.
Fireman’s Duties
Firemen extinguish fires using water and other substances. They also educate people about fire safety and conduct fire drills in schools and offices.
Training and Skills
Firemen undergo rigorous training to handle dangerous situations. They need physical strength, courage, quick thinking, and good teamwork skills.
Importance of Firemen
Firemen play a crucial role in our community. They save lives and properties, making our world a safer place.
Also check:
- 10 Lines on Fireman
250 Words Essay on Fireman
The role of firefighters.
Firefighters, colloquially known as firemen, are the unsung heroes of society. They are the first line of defense against one of the most destructive forces of nature – fire. Their role extends beyond merely extinguishing fires; they are also responsible for rescuing people, providing emergency medical services, and mitigating disaster-related damage.
The Evolution of Firefighting
Firefighting has significantly evolved over the years. In the early days, it was a community effort, with bucket brigades being the primary method of extinguishing fires. However, the advent of technology has led to the development of advanced firefighting equipment, such as fire engines, water cannons, and protective suits. This has not only made firefighting more efficient but also safer for the firefighters themselves.
The Challenges and Risks
Despite the technological advancements, firefighting remains a dangerous profession. Firefighters often put their lives at risk to save others. They face numerous challenges, including exposure to intense heat, smoke inhalation, and building collapses. Furthermore, the psychological stress associated with their job can lead to mental health issues, highlighting the need for robust support systems.
The Importance of Firefighters
Firefighters play a crucial role in maintaining public safety. They not only respond to fire incidents but also to other emergencies, such as road accidents and natural disasters. They are also involved in fire prevention activities, educating the public about fire safety measures. Their dedication and courage make them indispensable members of our society.
In conclusion, firefighters are more than just fire extinguishers; they are life savers, educators, and community protectors. Their selfless service deserves our utmost respect and appreciation.
500 Words Essay on Fireman
Introduction.
The profession of a fireman, also known as a firefighter, is one of the most crucial and respected roles in society. These brave individuals are often on the front lines in emergencies, risking their lives to protect people, property, and the environment from the destructive force of fire.
Firemen are not just responsible for extinguishing fires. Their duties are expansive and diverse, ranging from public education about fire safety to technical rescues during natural disasters. They are often the first responders at the scene of an accident, providing emergency medical services, and extricating victims from vehicles or structures. They also perform inspections to ensure adherence to fire safety standards in buildings and homes.
Becoming a fireman requires rigorous training and a unique set of skills. Apart from physical strength and endurance, firemen must possess a strong understanding of fire behavior and prevention techniques. Training often includes learning how to use specialized equipment, such as fire extinguishers, axes, and ladders, and understanding the protocols for different types of emergencies. Additionally, firemen must be able to work effectively under pressure, demonstrating problem-solving skills and the ability to make quick decisions in high-stress situations.
Risks and Challenges
The profession of a fireman is fraught with risks and challenges. They frequently work in hazardous conditions, exposed to extreme heat, smoke, and potentially toxic substances. The physical demands of the job, coupled with the emotional strain of dealing with traumatic situations, can often lead to stress and burnout. Despite these challenges, firemen continue to serve their communities with unwavering dedication and bravery.
Impact and Significance
Firemen play a significant role in safeguarding our communities. Their prompt response can mean the difference between life and death, and their preventive measures can save millions of dollars in property damage. Beyond their primary responsibilities, firemen also contribute to their communities through educational programs, promoting fire safety and prevention. Their presence provides a sense of security and reassurance to the public.
In conclusion, the role of a fireman extends far beyond the simple act of extinguishing fires. They are educators, first responders, rescuers, and community helpers. Their courage and commitment make them true heroes, deserving of our utmost respect and gratitude. As society continues to evolve, the role of the fireman will continue to adapt, meeting new challenges and ensuring the safety of our communities. The fireman’s spirit of service underscores the essential human capacity for bravery, resilience, and compassion.
That’s it! I hope the essay helped you.
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Happy studying!
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आग से सुरक्षा के तरीके पर निबंध- Essay on Fire Safety in Hindi
In this article, we are providing information about Fire Safety in Hindi- आग से सुरक्षा के तरीके पर निबंध- Essay on Fire Safety in Hindi Language
आग से सुरक्षा के तरीके पर निबंध- Essay on Fire Safety in Hindi
अग्नि सुरक्षा अक्समात लगने वाली आग से सुरक्षा के उपायों की जानकारी देती हैं और उससे होने वाले खतरों को कम करती हैं। आग बहुत ही विनाश्कारी होती है जो कि ताप, ऑक्सीजन और ज्वलनशील पदार्थ के एक साथ होने पर हमारी लापरवाही ये लग जाती है और सब कुछ तहस नहस कर देती है जिस वजह से आज के समय में अग्नि सुरक्षा का बहुत महत्व है।
अग्नि से सुरक्षा के लिए बहुत से तरीके अपनाकर हम जान माल की होने वाली हानि से बच सकते हैं। आग लगने की सूचना कम से कम शब्दों में दी जानी चाहिए क्योंकि यदि आप ज्यादा बोलेंगे तो लोग अच्छे से नहीं समझ पाऐंगे। सभी स्थानों पर फायर अलार्म लगे होने चाहिए जो कि आग लगते ही बजने लगे और उससे सभी लोक चौकन्ना हो जाए। आग लगने पर ज्वलनशील पदार्थ को तुरंत आग से दुर करना चाहिए अन्यथा आग फैल सकती है और हानि ज्यादा हो सकती है। आग को ऑक्सीजन की सप्लाई बंद करके भी रोका जा सकता है। आग लगते ही आग को पानी से बुझाना चाहिए लेकिन उससे पहले अग्निश्मक को सूचित कर देना चाहिए। पैट्रोल और डीजल से लगी आग को रेत से बुझाया जा सकता है।
आग यदि कपड़ो में लग जाए तो भागे नहीं क्योंकि उससे आग बढ़ जाएगी। इसलिए ऐसी स्थिति में जमीन पर लेटकर उलट पुलट करें। आग लगने पर कंबल ओढ़ कर बाहर आए। अग्नि सुरक्षा हमें सुरक्षा के विभिन्न उपाय बताता है इसलिए इसकी जानकारी हर बच्चे को उनके माता पिता और शिक्षकों के द्वारा दी जानी चाहिए। हम सबको भी आग के प्रति लापरवाह नहीं होना चाहिए बल्कि खुद भी सावधान रहना चाहिए और दुसरों को भी सचेत करना चाहिए। ऐसा करने से हम अपने साथ साथ दुसरे बहुत सारे लोगों की भी जान बचा सकते हैं और साथ ही होने वाले दुसरे नुकसानों से भी बचा जा सकता है।
सड़क सुरक्षा पर निबंध- Road Safety Essay in Hindi
यातायात के नियम पर निबंध- Essay on Traffic Rules in Hindi
ध्यान दें – प्रिय दर्शकों Essay on Fire Safety in Hindi आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे ।
1 thought on “आग से सुरक्षा के तरीके पर निबंध- Essay on Fire Safety in Hindi”
very informative and helpful article.
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अग्नि सुरक्षा पर निबंध
By विकास सिंह
अग्नि सुरक्षा पर निबंध (Essay on fire safety in hindi)
अग्नि सुरक्षा हमें आग से बचाने का सबसे सरल तरीका बन गया है। इसके अलावा, अग्नि सुरक्षा उन सावधानियों से संबंधित है जिन्हें आग की संभावना को रोकने या कम करने के लिए लिया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप क्षति, चोट और मृत्यु हो सकती है। अग्नि सुरक्षा भवन सुरक्षा का सबसे महत्वपूर्ण घटक है। न केवल अग्नि सुरक्षा, भवन सुरक्षा का सबसे महत्वपूर्ण घटक है, बल्कि यह जहाजों, और हवाई जहाज की सुरक्षा का भी सबसे महत्वपूर्ण घटक है। अग्नि सुरक्षा लोगों को सुरक्षित रखती है। अगर फायर सेफ्टी नहीं आई होती तो लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता।
यदि अग्नि सुरक्षा हमें आग से नहीं बचाती है, तो यह कम से कम आग लगने की संभावना को कम कर देगा। फायर सेफ्टी एक बड़ी मदद है, हर किसी को फायर सेफ्टी करनी चाहिए। अग्नि सुरक्षा आग को शुरू होने से रोक सकती है। दरअसल, अग्नि सुरक्षा के कई प्रकार हैं। इसके अलावा, अग्नि सुरक्षा का उपयोग करने के लिए बहुत सारे मतभेद हैं। अग्नि सुरक्षा लोगों को चोट, मृत्यु और दुर्घटनाग्रस्त होने से सुरक्षित रखती है।
दरअसल, अग्नि सुरक्षा प्रत्येक इमारत, जहाज और हवाई जहाज के लिए पूर्ण जीवन सुरक्षा समाधान बनाती है। अग्नि सुरक्षा लंबे समय से जीवन और संपत्ति की रक्षा कर रही है।
यह अभी भी जीवन की रक्षा का सबसे आसान तरीका है। यदि भवन में अग्नि सुरक्षा नहीं है, तो यह आग से क्षति पहुचेगी। एक छोटी सी आग को पूरी तरह से आग में बदलने के लिए आग में सिर्फ तीन मिनट से भी कम समय लगेगा, इसलिए लोगों को अपने घरों में आग से बचाव करना चाहिए। जब बिल्डिंग में अग्नि सुरक्षा उपकरण होते हैं तो आग से होने वाली क्षति काफी हद तक कम हो जाती है।
[ratemypost]
इस लेख से सम्बंधित अपने सवाल और सुझाव आप नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।
विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.
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Digital Arrest: सावधान! जागते रहो……. !
इन रंगोली डिज़ाइनों के साथ अपनी दिवाली की सजावट को बढ़ाएँ, खीर बनाने की सरल विधि.
भारत में अग्नि सुरक्षा
शहरी क्षेत्रों में हर साल आग लगने की घटनाओं की बढ़ती संख्या के साथ, भारत में अग्नि सुरक्षा एक बड़ी चिंता का कारण बन गई है। लगातार हो रही आग लगने की बड़ी घटनाएं, भारत की निर्माण श्रृंखला के लिए एक गंभीर खतरा बनती जा रही है।
शहरों में हर साल आग लगने की कई घटनाएं होती है, जिनमें कई लोगों की मौत हो जाती है और कई लोग घायल हो जाते हैं। लेकिन इतना ही नहीं, आग लगने की इन घटनाओं से बड़ी मात्रा में संपत्ति जलकर नष्ट हो जाती है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को भी भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
भारतीय राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की नवीनतम विज्ञप्ति के अनुसार, 2019 में वाणिज्यिक भवनों में आग लगने से 330 लोगों की मौत हुई थी, जबकि व्यक्तिगत आवास या आवासीय भवनों में आग की घटनाओं में 6,329 से अधिक लोगों को जान गंवानी पड़ी थी।
आईएएस परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को देश में जैविक, रासायनिक जैसे अन्य कई खतरों के साथ-साथ अग्नि संबंधित दुर्घटनाओं से होने वाले नुकसान के बारे में भी बुनियादी तथ्यों की जानकारी होना बेहद आवश्यक है। भारत में बढ़ते शहरीकरण के साथ अग्नि सुरक्षा एक बेहद महत्वपूर्ण विषय है। इससे संबंधित प्रश्न यूपीएससी 2023 मुख्य परीक्षा में पूछे जा सकते हैं।
इस लेख में हम, आग से होने वाली दुर्घटनाओं, उन्हें नियंत्रित करने के लिए किए जाने वाले उपायों और आग लगने के कारणों के बारे में चर्चा करेंगे। इसी के साथ, भारत में अग्नि सुरक्षा के लिए मौजूदा नियमों और विनियमों के साथ नेशनल बिल्डिंग कोड़ (National Building Code) बारे में भी विस्तार से चर्चा करेंगे।
भारत में अग्नि सुरक्षा से संबंधित तथ्य
- आग लगने की घटनाओं में भारत तीसरे स्थान पर है। ये घटनाएं विशेष रूप से भारत के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में होती हैं।
- एनसीआरबी के डेटा के मुताबिक देश के दो सबसे शहरीकृत राज्य महाराष्ट्र और गुजरात में देश की आग दुर्घटना में होने वाली मौतों का लगभग 30% हिस्सा हैं।
- राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार 2015 में कुल 17,700 लोग आग लगने की घटनाओं के कारण मारे गए, यानी हर दिन 48 लोग।
- इन मरने वालों में 62% महिलाएं थीं।
- इंडिया रिस्क सर्वे 2018 के अनुसार, लगातार आग लगने की घटनाओं से व्यापार की निरंतरता और संचालन पर विपरित प्रभाव पड़ता है।
- पिछली घटनाओं के अध्ययन करने पर पता चलता है कि आग लगने की अधिकांश दुर्घटनाएं तीन प्रमुख कारणों से होती हैं –
- बिजली का शार्ट सर्किट या गैस सिलेंडर/स्टोव फटना
- मानव की लापरवाही
- गलत तरीके से बनाई गई आदतें
आप अपनी IAS परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले UPSC Prelims Syllabus in Hindi को गहराई से समझ लें और उसके अनुसार अपनी तैयारी की योजना बनाएं।
नोट- UPSC 2023 परीक्षा नजदीक आ रही है , इसलिए आप अपनी तैयारी को बढ़ाने के लिए BYJU’s के The Hindu Newspaper के दैनिक वीडियो विश्लेषण का उपयोग करें।
भारत में अग्नि सुरक्षा से संबंधित प्रावधान
संवैधानिक प्रावधान : अग्निशमन सेवा एक राज्य का विषय है और अनुच्छेद 243 (डब्ल्यू) के तहत भारत के संविधान की बारहवीं अनुसूची के अनुसार यह नगरपालिका के अंतर्गत काम करता है।
भारतीय राष्ट्रीय भवन संहिता 2016 (अग्नि और जीवन सुरक्षा) : भारतीय राष्ट्रीय भवन संहिता में संरचनाओं के निर्माण, रखरखाव और अग्नि सुरक्षा के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश शामिल हैं।
भारत का राष्ट्रीय भवन कोड (NBC) भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा प्रकाशित किया जाता है और यह एक ‘अनुशंसित दस्तावेज’ है।
राज्यों को राष्ट्रीय भवन निर्माण संहिता की सिफारिशों को उनके स्थानीय भवन उपनियमों में शामिल करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए जाते हैं जो भारतीय राष्ट्रीय भवन संहिता की सिफारिशों को अनिवार्य बनाते हैं।
सभी राज्य सरकारों को भारत के नवीनतम राष्ट्रीय भवन कोड 2016 भाग –IV ‘अग्नि और जीवन सुरक्षा’ को शामिल करने और लागू करने के लिए सलाह जारी की जाती है।
भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा अग्नि सुरक्षा के लिए मोटे तौर पर इन क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाता है –
- आग की रोकथाम : इमारतों के डिजाइन और निर्माण के कारण होने वाली आग की घटनाओं के रोकथाम के पहलुओं पर काम करता है और विभिन्न प्रकार की निर्माण सामग्री और उनकी अग्नि रेटिंग निर्धारित करता है।
- जीवन सुरक्षा : आग और इसी तरह की आपात स्थितियों में जीवन सुरक्षा प्रावधानों को शामिल करता है। इसके अलावा निर्माण और अधिवास सुविधाओं में आग, धुएं ऐसी ही अन्य चीजों से होने वाले जीवन के लिए खतरे को कम करने के लिए आवश्यक सुरक्षा उपायों पर ध्यान दिया जाता हैं।
- अग्नि सुरक्षा : वर्गीकरण और भवनों के प्रकार के आधार पर अग्नि सुरक्षा के लिए सही प्रकार के उपकरणों और प्रतिष्ठानों का चयन करने के लिए महत्वपूर्ण घटकों और दिशानिर्देशों को शामिल किया गया है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) : राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सार्वजनिक भवनों जैसे, अस्पताल आदि जगहों पर अग्नि सुरक्षा के लिए आवश्यकताओं को निर्धारित किया है। प्राधिकरण ने इसमें नेशनल विल्डिंग कोड के सभी तत्वों को शामिल किया है। इसमें आग की घटनाओं के दौरान निकले के लिए समर्पित आपात सीढ़ियां, संरक्षित निकास तंत्र, न्यूनतम खुला सुरक्षा स्थान, और निकासी ड्रील के लिए विशेष डिजाइन आदि शामिल हैं।
तेल क्षेत्र सुरक्षा संस्थान (OISD) : भारत में तेल और गैस उद्योग में अग्नि सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत आने वाला तेल उद्योग सुरक्षा निदेशालय (OISD) अग्नि शमन के लिए स्व-नियामक उपायों की एक श्रृंखला के कार्यान्वयन का समन्वय करता है।
मॉडल बिल्डिंग बायलॉज, 2016 : मॉडल बिल्डिंग बायलॉज, 2016 को शहरी विकास मंत्रालय द्वारा तैयार किया गया है। यह भवन निर्माण के लिए नियामक तंत्र और इंजीनियरिंग मापदंडों को बताता है। भारत में किसी भी निर्माण परियोजना को शुरू करने से पहले इसका ध्यान रखना बेहद आवश्यक है। इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि आग से संबंधित सभी निकासी के लिए बिंदु-विशिष्ट जिम्मेदारी मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) के पास है।
भारत में अग्नि सुरक्षा प्रणाली की चिंताएं
भारत के कुछ राज्यों में अग्निशमन में आवश्यक आवश्यकताओं और अग्नि सुरक्षा प्रशिक्षण के लिए एकीकृत अग्निशमन सेवाओं की कमी है।
सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन और मानकीकरण और विनियमन की कमी आग लगने संबंधी दुर्घटनाओं का एक प्रमुख कारण है, क्योंकि वाणिज्यिक भवनों और मल्टीप्लेक्सों में बड़े पैमाने पर नकली छतों का निर्माण राष्ट्रीय भवन निर्माण कोड के खिलाफ किया जाता है।
भारत में करियर को आगे बढ़ाने के लिए फायरमैन के लिए उचित संगठनात्मक संरचना, प्रशिक्षण और अवसर का अभाव है।
अपर्याप्त आधुनिक उपकरण और उनका स्केलिंग, प्राधिकरण और मानकीकरण।
अपर्याप्त धन के कारण हमारे देश में अग्निशमन के लिए तकनीकी प्रगति नहीं हो सकी है। इसके कारण शहर, LIDAR-आधारित (लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग) तकनीकों में निवेश करने में विफल रहे हैं, जिनका उपयोग हवाई झटके और अग्नि निकास की उपस्थिति पर नजर रखने के लिए किया जा सकता है।
हमारे देश में अग्नि सुरक्षा ऑडिट के प्रावधान स्पष्ट नहीं है, इससे अग्नि सुरक्षा ऑडिट के दायरे, उद्देश्य, कार्यप्रणाली और आवधिकता के संदर्भ में ठीक-ठीक जानकारी नहीं मिल पाती है।
भारत में फायर सेफ्टी की शिक्षा देने वाले प्रशिक्षण संस्थानों की बहुत कमी है। इसका भी असर देशी की फायर सेफ्टी या अग्निशमन क्षमता पर पड़ता है।
भारत में फायर सेफ्टी को लेकर ढांचागत सुविधाओं की बेहद कमी है, उदाहरण के लिए- फायर स्टेशन और फायर सुरक्षा कर्मियों के आवास, भोजन और स्वास्थ्य आदि सुविधाओं के अभाव के कारण युवा इस क्षैत्र को करियर के रुप में नहीं चुनते हैं।
भारत में आवासीय और कमर्शियल भवनो की फायर सेफ्टी या उनकी आग की चपेट में आने के आशंकाओं का मुल्यांकन नहिं किया जाता है।
अग्नि सुरक्षा नियमों (आग लगने के बाद बचाव के लिए क्या करना चाहिए, और क्या नहीं) के बारे में सार्वजनिक जागरूकता की कमी और नियमित नकली अभ्यास (मॉक ड्रील) और निकासी अभ्यास (एग्जिट ड्रील) भी आयोजित नहीं की जाती हैं।
समान अग्नि सुरक्षा कानून का अभाव, उदाहरण के लिए हाल ही में महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल जैसे कुछ राज्य एनबीसी का अनुपालन नहीं करते पाए गए हैं।
नोट: आप BYJU’S के साथ जुड़ कर खुद को नवीनतम UPSC Current Affairs in Hindi से अपडेट रख सकते हैं , यहां हम प्रमुख जानकारियों को आसान तरीके से समझाते हैं।
अग्नि सुरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के लिए आवश्यक उपाय
मरीजों को संभालने या देखभाल करने वाली किसी भी संस्था के लिए सुरक्षा सुविधाओं के साथ राज्य सरकारों द्वारा अनिवार्य अनुपालन की आवश्यकता है।
आधिकारिक एजेंसियों से जुड़े हितों के टकराव को खत्म करने के लिए तीसरे पक्ष के ऑडिट के माध्यम से सुविधाओं का प्रमाणन अनिवार्य किया जा सकता है।
अग्नि सुरक्षा उपकरणों का आधुनिकीकरण: अग्निशमन विभागों को बढ़ाने और आधुनिक बनाने में वित्तीय सहायता और सहयोग प्रदान किया जाना चाहिए।
स्थानीय पार्षदों/निर्वाचित प्रतिनिधियों की भागीदारी से मोहल्लों/कॉलोनियों/स्कूलों में 6 महीनों में एक बार अग्निशमन कार्यशाला का आयोजन कर लोगों को आग से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
महत्वपूर्ण अग्निशमन सेवा विभागों (जैसे ऊंची इमारतों, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में मल्टीप्लेक्स) का समय-समय पर फायर सेफ्टी ऑडिट (fire safety audit) करना और दोषी प्रतिष्ठानों के खिलाफ उचित कार्रवाई करना चाहिए।
सभी सार्वजनिक भवनों के लिए भारी अग्नि देयता बीमा अनिवार्य करना चाहिए। इससे संबंधित भवनों में रहने वाले लोगों और आगंतुकों को सुरक्षा मिल सकेगी।
आगे का रास्ता
एक अनुमान के मुताबिक साल 2050 तक, दुनिया की करीब 70% आबादी शहरों में रहेगी। इसलिए भारत समते दुनिया के तमाम देशों को भविष्य की अग्नि सुरक्षा जरुरतों को ध्यान में रखते हुए शहरों के निर्माण और विस्तार करना चाहिए। सभी देशों को अग्नि सुरक्षा के महत्व को समझ कर अभी से इसके लिए आवश्यक उपाय करने चाहिए। साथ ही अग्नि कानूनों का सख्त कार्यान्वयन के साथ-साथ दुनिया को ऐसे समग्र विकास की आवश्यकता है जो रोजगार, सामाजिक परिवर्तन, आर्थिक अभाव, पर्यावरणीय गिरावट, अपशिष्ट प्रबंधन आदि से निपटने में सक्षम हो।
नोट: यूपीएससी और अन्य आगामी प्रतियोगी परीक्षां के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए BYJU’S के साथ जुड़े रहें। यहां हम विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त तैयारी सामग्री हिंदी में उपलब्ध कराते हैं।
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Hindi Essay (Hindi Nibandh) | 100 विषयों पर हिंदी निबंध लेखन – Essays in Hindi on 100 Topics
हिंदी निबंध: हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है। हमारे हिंदी भाषा कौशल को सीखना और सुधारना भारत के अधिकांश स्थानों में सेवा करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। स्कूली दिनों से ही हम हिंदी भाषा सीखते थे। कुछ स्कूल और कॉलेज हिंदी के अतिरिक्त बोर्ड और निबंध बोर्ड में निबंध लेखन का आयोजन करते हैं, छात्रों को बोर्ड परीक्षा में हिंदी निबंध लिखने की आवश्यकता होती है।
निबंध – Nibandh In Hindi – Hindi Essay Topics
- सच्चा धर्म पर निबंध – (True Religion Essay)
- राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान निबंध – (Role Of Youth In Nation Building Essay)
- अतिवृष्टि पर निबंध – (Flood Essay)
- राष्ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका पर निबंध – (Role Of Teacher In Nation Building Essay)
- नक्सलवाद पर निबंध – (Naxalism In India Essay)
- साहित्य समाज का दर्पण है हिंदी निबंध – (Literature And Society Essay)
- नशे की दुष्प्रवृत्ति निबंध – (Drug Abuse Essay)
- मन के हारे हार है मन के जीते जीत पर निबंध – (It is the Mind which Wins and Defeats Essay)
- एक राष्ट्र एक कर : जी०एस०टी० ”जी० एस०टी० निबंध – (Gst One Nation One Tax Essay)
- युवा पर निबंध – (Youth Essay)
- अक्षय ऊर्जा : सम्भावनाएँ और नीतियाँ निबंध – (Renewable Sources Of Energy Essay)
- मूल्य-वृदधि की समस्या निबंध – (Price Rise Essay)
- परहित सरिस धर्म नहिं भाई निबंध – (Philanthropy Essay)
- पर्वतीय यात्रा पर निबंध – (Parvatiya Yatra Essay)
- असंतुलित लिंगानुपात निबंध – (Sex Ratio Essay)
- मनोरंजन के आधुनिक साधन पर निबंध – (Means Of Entertainment Essay)
- मेट्रो रेल पर निबंध – (Metro Rail Essay)
- दूरदर्शन पर निबंध – (Importance Of Doordarshan Essay)
- दूरदर्शन और युवावर्ग पर निबंध – (Doordarshan Essay)
- बस्ते का बढ़ता बोझ पर निबंध – (Baste Ka Badhta Bojh Essay)
- महानगरीय जीवन पर निबंध – (Metropolitan Life Essay)
- दहेज नारी शक्ति का अपमान है पे निबंध – (Dowry Problem Essay)
- सुरीला राजस्थान निबंध – (Folklore Of Rajasthan Essay)
- राजस्थान में जल संकट पर निबंध – (Water Scarcity In Rajasthan Essay)
- खुला शौच मुक्त गाँव पर निबंध – (Khule Me Soch Mukt Gaon Par Essay)
- रंगीला राजस्थान पर निबंध – (Rangila Rajasthan Essay)
- राजस्थान के लोकगीत पर निबंध – (Competition Of Rajasthani Folk Essay)
- मानसिक सुख और सन्तोष निबंध – (Happiness Essay)
- मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध नंबर – (My Aim In Life Essay)
- राजस्थान में पर्यटन पर निबंध – (Tourist Places Of Rajasthan Essay)
- नर हो न निराश करो मन को पर निबंध – (Nar Ho Na Nirash Karo Man Ko Essay)
- राजस्थान के प्रमुख लोक देवता पर निबंध – (The Major Folk Deities Of Rajasthan Essay)
- देशप्रेम पर निबंध – (Patriotism Essay)
- पढ़ें बेटियाँ, बढ़ें बेटियाँ योजना यूपी में लागू निबंध – (Read Daughters, Grow Daughters Essay)
- सत्संगति का महत्व पर निबंध – (Satsangati Ka Mahatva Nibandh)
- सिनेमा और समाज पर निबंध – (Cinema And Society Essay)
- विपत्ति कसौटी जे कसे ते ही साँचे मीत पर निबंध – (Vipatti Kasauti Je Kase Soi Sache Meet Essay)
- लड़का लड़की एक समान पर निबंध – (Ladka Ladki Ek Saman Essay)
- विज्ञापन के प्रभाव – (Paragraph Speech On Vigyapan Ke Prabhav Essay)
- रेलवे प्लेटफार्म का दृश्य पर निबंध – (Railway Platform Ka Drishya Essay)
- समाचार-पत्र का महत्त्व पर निबंध – (Importance Of Newspaper Essay)
- समाचार-पत्रों से लाभ पर निबंध – (Samachar Patr Ke Labh Essay)
- समाचार पत्र पर निबंध (Newspaper Essay in Hindi)
- व्यायाम का महत्व निबंध – (Importance Of Exercise Essay)
- विद्यार्थी जीवन पर निबंध – (Student Life Essay)
- विद्यार्थी और राजनीति पर निबंध – (Students And Politics Essay)
- विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध – (Vidyarthi Aur Anushasan Essay)
- मेरा प्रिय त्यौहार निबंध – (My Favorite Festival Essay)
- मेरा प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favourite Book Essay)
- पुस्तक मेला पर निबंध – (Book Fair Essay)
- मेरा प्रिय खिलाड़ी निबंध हिंदी में – (My Favorite Player Essay)
- सर्वधर्म समभाव निबंध – (All Religions Are Equal Essay)
- शिक्षा में खेलकूद का स्थान निबंध – (Shiksha Mein Khel Ka Mahatva Essay)a
- खेल का महत्व पर निबंध – (Importance Of Sports Essay)
- क्रिकेट पर निबंध – (Cricket Essay)
- ट्वेन्टी-20 क्रिकेट पर निबंध – (T20 Cricket Essay)
- मेरा प्रिय खेल-क्रिकेट पर निबंध – (My Favorite Game Cricket Essay)
- पुस्तकालय पर निबंध – (Library Essay)
- सूचना प्रौद्योगिकी और मानव कल्याण निबंध – (Information Technology Essay)
- कंप्यूटर और टी.वी. का प्रभाव निबंध – (Computer Aur Tv Essay)
- कंप्यूटर की उपयोगिता पर निबंध – (Computer Ki Upyogita Essay)
- कंप्यूटर शिक्षा पर निबंध – (Computer Education Essay)
- कंप्यूटर के लाभ पर निबंध – (Computer Ke Labh Essay)
- इंटरनेट पर निबंध – (Internet Essay)
- विज्ञान: वरदान या अभिशाप पर निबंध – (Science Essay)
- शिक्षा का गिरता स्तर पर निबंध – (Falling Price Level Of Education Essay)
- विज्ञान के गुण और दोष पर निबंध – (Advantages And Disadvantages Of Science Essay)
- विद्यालय में स्वास्थ्य शिक्षा निबंध – (Health Education Essay)
- विद्यालय का वार्षिकोत्सव पर निबंध – (Anniversary Of The School Essay)
- विज्ञान के वरदान पर निबंध – (The Gift Of Science Essays)
- विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (Wonder Of Science Essay in Hindi)
- विकास पथ पर भारत निबंध – (Development Of India Essay)
- कम्प्यूटर : आधुनिक यन्त्र–पुरुष – (Computer Essay)
- मोबाइल फोन पर निबंध (Mobile Phone Essay)
- मेरी अविस्मरणीय यात्रा पर निबंध – (My Unforgettable Trip Essay)
- मंगल मिशन (मॉम) पर निबंध – (Mars Mission Essay)
- विज्ञान की अद्भुत खोज कंप्यूटर पर निबंध – (Vigyan Ki Khoj Kampyootar Essay)
- भारत का उज्जवल भविष्य पर निबंध – (Freedom Is Our Birthright Essay)
- सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा निबंध इन हिंदी – (Sare Jahan Se Achha Hindustan Hamara Essay)
- डिजिटल इंडिया पर निबंध (Essay on Digital India)
- भारतीय संस्कृति पर निबंध – (India Culture Essay)
- राष्ट्रभाषा हिन्दी निबंध – (National Language Hindi Essay)
- भारत में जल संकट निबंध – (Water Crisis In India Essay)
- कौशल विकास योजना पर निबंध – (Skill India Essay)
- हमारा प्यारा भारत वर्ष पर निबंध – (Mera Pyara Bharat Varsh Essay)
- अनेकता में एकता : भारत की विशेषता – (Unity In Diversity Essay)
- महंगाई की समस्या पर निबन्ध – (Problem Of Inflation Essay)
- महंगाई पर निबंध – (Mehangai Par Nibandh)
- आरक्षण : देश के लिए वरदान या अभिशाप निबंध – (Reservation System Essay)
- मेक इन इंडिया पर निबंध (Make In India Essay In Hindi)
- ग्रामीण समाज की समस्याएं पर निबंध – (Problems Of Rural Society Essay)
- मेरे सपनों का भारत पर निबंध – (India Of My Dreams Essay)
- भारतीय राजनीति में जातिवाद पर निबंध – (Caste And Politics In India Essay)
- भारतीय नारी पर निबंध – (Indian Woman Essay)
- आधुनिक नारी पर निबंध – (Modern Women Essay)
- भारतीय समाज में नारी का स्थान निबंध – (Women’s Role In Modern Society Essay)
- चुनाव पर निबंध – (Election Essay)
- चुनाव स्थल के दृश्य का वर्णन निबन्ध – (An Election Booth Essay)
- पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं पर निबंध – (Dependence Essay)
- परमाणु शक्ति और भारत हिंदी निंबध – (Nuclear Energy Essay)
- यदि मैं प्रधानमंत्री होता तो हिंदी निबंध – (If I were the Prime Minister Essay)
- आजादी के 70 साल निबंध – (India ofter 70 Years Of Independence Essay)
- भारतीय कृषि पर निबंध – (Indian Farmer Essay)
- संचार के साधन पर निबंध – (Means Of Communication Essay)
- भारत में दूरसंचार क्रांति हिंदी में निबंध – (Telecom Revolution In India Essay)
- दूरसंचार में क्रांति निबंध – (Revolution In Telecommunication Essay)
- राष्ट्रीय एकता का महत्व पर निबंध (Importance Of National Integration)
- भारत की ऋतुएँ पर निबंध – (Seasons In India Essay)
- भारत में खेलों का भविष्य पर निबंध – (Future Of Sports Essay)
- किसी खेल (मैच) का आँखों देखा वर्णन पर निबंध – (Kisi Match Ka Aankhon Dekha Varnan Essay)
- राजनीति में अपराधीकरण पर निबंध – (Criminalization Of Indian Politics Essay)
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हिन्दी निबंध – (Narendra Modi Essay)
- बाल मजदूरी पर निबंध – (Child Labour Essay)
- भ्रष्टाचार पर निबंध (Corruption Essay in Hindi)
- महिला सशक्तिकरण पर निबंध – (Women Empowerment Essay)
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध (Beti Bachao Beti Padhao)
- गरीबी पर निबंध (Poverty Essay in Hindi)
- स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (Swachh Bharat Abhiyan Essay)
- बाल विवाह एक अभिशाप पर निबंध – (Child Marriage Essay)
- राष्ट्रीय एकीकरण पर निबंध – (Importance of National Integration Essay)
- आतंकवाद पर निबंध (Terrorism Essay in hindi)
- सड़क सुरक्षा पर निबंध (Road Safety Essay in Hindi)
- बढ़ती भौतिकता घटते मानवीय मूल्य पर निबंध – (Increasing Materialism Reducing Human Values Essay)
- गंगा की सफाई देश की भलाई पर निबंध – (The Good Of The Country: Cleaning The Ganges Essay)
- सत्संगति पर निबंध – (Satsangati Essay)
- महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध – (Women’s Role In Society Today Essay)
- यातायात के नियम पर निबंध – (Traffic Safety Essay)
- बेटी बचाओ पर निबंध – (Beti Bachao Essay)
- सिनेमा या चलचित्र पर निबंध – (Cinema Essay In Hindi)
- परहित सरिस धरम नहिं भाई पर निबंध – (Parhit Saris Dharam Nahi Bhai Essay)
- पेड़-पौधे का महत्व निबंध – (The Importance Of Trees Essay)
- वर्तमान शिक्षा प्रणाली – (Modern Education System Essay)
- महिला शिक्षा पर निबंध (Women Education Essay In Hindi)
- महिलाओं की समाज में भूमिका पर निबंध (Women’s Role In Society Essay In Hindi)
- यदि मैं प्रधानाचार्य होता पर निबंध – (If I Was The Principal Essay)
- बेरोजगारी पर निबंध (Unemployment Essay)
- शिक्षित बेरोजगारी की समस्या निबंध – (Problem Of Educated Unemployment Essay)
- बेरोजगारी समस्या और समाधान पर निबंध – (Unemployment Problem And Solution Essay)
- दहेज़ प्रथा पर निबंध (Dowry System Essay in Hindi)
- जनसँख्या पर निबंध – (Population Essay)
- श्रम का महत्त्व निबंध – (Importance Of Labour Essay)
- जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणाम पर निबंध – (Problem Of Increasing Population Essay)
- भ्रष्टाचार : समस्या और निवारण निबंध – (Corruption Problem And Solution Essay)
- मीडिया और सामाजिक उत्तरदायित्व निबंध – (Social Responsibility Of Media Essay)
- हमारे जीवन में मोबाइल फोन का महत्व पर निबंध – (Importance Of Mobile Phones Essay In Our Life)
- विश्व में अत्याधिक जनसंख्या पर निबंध – (Overpopulation in World Essay)
- भारत में बेरोजगारी की समस्या पर निबंध – (Problem Of Unemployment In India Essay)
- गणतंत्र दिवस पर निबंध – (Republic Day Essay)
- भारत के गाँव पर निबंध – (Indian Village Essay)
- गणतंत्र दिवस परेड पर निबंध – (Republic Day of India Essay)
- गणतंत्र दिवस के महत्व पर निबंध – (2020 – Republic Day Essay)
- महात्मा गांधी पर निबंध (Mahatma Gandhi Essay)
- ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पर निबंध – (Dr. A.P.J. Abdul Kalam Essay)
- परिवार नियोजन पर निबंध – (Family Planning In India Essay)
- मेरा सच्चा मित्र पर निबंध – (My Best Friend Essay)
- अनुशासन पर निबंध (Discipline Essay)
- देश के प्रति मेरे कर्त्तव्य पर निबंध – (My Duty Towards My Country Essay)
- समय का सदुपयोग पर निबंध – (Samay Ka Sadupyog Essay)
- नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों पर निबंध (Rights And Responsibilities Of Citizens Essay In Hindi)
- ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध – (Global Warming Essay)
- जल जीवन का आधार निबंध – (Jal Jeevan Ka Aadhar Essay)
- जल ही जीवन है निबंध – (Water Is Life Essay)
- प्रदूषण की समस्या और समाधान पर लघु निबंध – (Pollution Problem And Solution Essay)
- प्रकृति संरक्षण पर निबंध (Conservation of Nature Essay In Hindi)
- वन जीवन का आधार निबंध – (Forest Essay)
- पर्यावरण बचाओ पर निबंध (Environment Essay)
- पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध (Environmental Pollution Essay in Hindi)
- पर्यावरण सुरक्षा पर निबंध (Environment Protection Essay In Hindi)
- बढ़ते वाहन घटता जीवन पर निबंध – (Vehicle Pollution Essay)
- योग पर निबंध (Yoga Essay)
- मिलावटी खाद्य पदार्थ और स्वास्थ्य पर निबंध – (Adulterated Foods And Health Essay)
- प्रकृति निबंध – (Nature Essay In Hindi)
- वर्षा ऋतु पर निबंध – (Rainy Season Essay)
- वसंत ऋतु पर निबंध – (Spring Season Essay)
- बरसात का एक दिन पर निबंध – (Barsat Ka Din Essay)
- अभ्यास का महत्व पर निबंध – (Importance Of Practice Essay)
- स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध – (Health Is Wealth Essay)
- महाकवि तुलसीदास का जीवन परिचय निबंध – (Tulsidas Essay)
- मेरा प्रिय कवि निबंध – (My Favourite Poet Essay)
- मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध – (My Favorite Book Essay)
- कबीरदास पर निबन्ध – (Kabirdas Essay)
इसलिए, यह जानना और समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि विषय के बारे में संक्षिप्त और कुरकुरा लाइनों के साथ एक आदर्श हिंदी निबन्ध कैसे लिखें। साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं। तो, छात्र आसानी से स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें, इसकी तैयारी कर सकते हैं। इसके अलावा, आप हिंदी निबंध लेखन की संरचना, हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखने के लिए टिप्स आदि के बारे में कुछ विस्तृत जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। ठीक है, आइए हिंदी निबन्ध के विवरण में गोता लगाएँ।
हिंदी निबंध लेखन – स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी में निबन्ध कैसे लिखें?
प्रभावी निबंध लिखने के लिए उस विषय के बारे में बहुत अभ्यास और गहन ज्ञान की आवश्यकता होती है जिसे आपने निबंध लेखन प्रतियोगिता या बोर्ड परीक्षा के लिए चुना है। छात्रों को वर्तमान में हो रही स्थितियों और हिंदी में निबंध लिखने से पहले विषय के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानना चाहिए। हिंदी में पावरफुल निबन्ध लिखने के लिए सभी को कुछ प्रमुख नियमों और युक्तियों का पालन करना होगा।
हिंदी निबन्ध लिखने के लिए आप सभी को जो प्राथमिक कदम उठाने चाहिए उनमें से एक सही विषय का चयन करना है। इस स्थिति में आपकी सहायता करने के लिए, हमने सभी प्रकार के हिंदी निबंध विषयों पर शोध किया है और नीचे सूचीबद्ध किया है। एक बार जब हम सही विषय चुन लेते हैं तो विषय के बारे में सभी सामान्य और तथ्यों को एकत्र करते हैं और अपने पाठकों को संलग्न करने के लिए उन्हें अपने निबंध में लिखते हैं।
तथ्य आपके पाठकों को अंत तक आपके निबंध से चिपके रहेंगे। इसलिए, हिंदी में एक निबंध लिखते समय मुख्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करें और किसी प्रतियोगिता या बोर्ड या प्रतिस्पर्धी जैसी परीक्षाओं में अच्छा स्कोर करें। ये हिंदी निबंध विषय पहली कक्षा से 10 वीं कक्षा तक के सभी कक्षा के छात्रों के लिए उपयोगी हैं। तो, उनका सही ढंग से उपयोग करें और हिंदी भाषा में एक परिपूर्ण निबंध बनाएं।
हिंदी भाषा में दीर्घ और लघु निबंध विषयों की सूची
हिंदी निबन्ध विषयों और उदाहरणों की निम्न सूची को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है जैसे कि प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, सामान्य चीजें, अवसर, खेल, खेल, स्कूली शिक्षा, और बहुत कुछ। बस अपने पसंदीदा हिंदी निबंध विषयों पर क्लिक करें और विषय पर निबंध के लघु और लंबे रूपों के साथ विषय के बारे में पूरी जानकारी आसानी से प्राप्त करें।
विषय के बारे में समग्र जानकारी एकत्रित करने के बाद, अपनी लाइनें लागू करने का समय और हिंदी में एक प्रभावी निबन्ध लिखने के लिए। यहाँ प्रचलित सभी विषयों की जाँच करें और किसी भी प्रकार की प्रतियोगिताओं या परीक्षाओं का प्रयास करने से पहले जितना संभव हो उतना अभ्यास करें।
हिंदी निबंधों की संरचना
उपरोक्त छवि आपको हिंदी निबन्ध की संरचना के बारे में प्रदर्शित करती है और आपको निबन्ध को हिन्दी में प्रभावी ढंग से रचने के बारे में कुछ विचार देती है। यदि आप स्कूल या कॉलेजों में निबंध लेखन प्रतियोगिता में किसी भी विषय को लिखते समय निबंध के इन हिस्सों का पालन करते हैं तो आप निश्चित रूप से इसमें पुरस्कार जीतेंगे।
इस संरचना को बनाए रखने से निबंध विषयों का अभ्यास करने से छात्रों को विषय पर ध्यान केंद्रित करने और विषय के बारे में छोटी और कुरकुरी लाइनें लिखने में मदद मिलती है। इसलिए, यहां संकलित सूची में से अपने पसंदीदा या दिलचस्प निबंध विषय को हिंदी में चुनें और निबंध की इस मूल संरचना का अनुसरण करके एक निबंध लिखें।
हिंदी में एक सही निबंध लिखने के लिए याद रखने वाले मुख्य बिंदु
अपने पाठकों को अपने हिंदी निबंधों के साथ संलग्न करने के लिए, आपको हिंदी में एक प्रभावी निबंध लिखते समय कुछ सामान्य नियमों का पालन करना चाहिए। कुछ युक्तियाँ और नियम इस प्रकार हैं:
- अपना हिंदी निबंध विषय / विषय दिए गए विकल्पों में से समझदारी से चुनें।
- अब उन सभी बिंदुओं को याद करें, जो निबंध लिखने शुरू करने से पहले विषय के बारे में एक विचार रखते हैं।
- पहला भाग: परिचय
- दूसरा भाग: विषय का शारीरिक / विस्तार विवरण
- तीसरा भाग: निष्कर्ष / अंतिम शब्द
- एक निबंध लिखते समय सुनिश्चित करें कि आप एक सरल भाषा और शब्दों का उपयोग करते हैं जो विषय के अनुकूल हैं और एक बात याद रखें, वाक्यों को जटिल न बनाएं,
- जानकारी के हर नए टुकड़े के लिए निबंध लेखन के दौरान एक नए पैराग्राफ के साथ इसे शुरू करें।
- अपने पाठकों को आकर्षित करने या उत्साहित करने के लिए जहाँ कहीं भी संभव हो, कुछ मुहावरे या कविताएँ जोड़ें और अपने हिंदी निबंध के साथ संलग्न रहें।
- विषय या विषय को बीच में या निबंध में जारी रखने से न चूकें।
- यदि आप संक्षेप में हिंदी निबंध लिख रहे हैं तो इसे 200-250 शब्दों में समाप्त किया जाना चाहिए। यदि यह लंबा है, तो इसे 400-500 शब्दों में समाप्त करें।
- महत्वपूर्ण हिंदी निबंध विषयों का अभ्यास करते समय इन सभी युक्तियों और बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, आप निश्चित रूप से किसी भी प्रतियोगी परीक्षाओं में कुरकुरा और सही निबंध लिख सकते हैं या फिर सीबीएसई, आईसीएसई जैसी बोर्ड परीक्षाओं में।
हिंदी निबंध लेखन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. मैं अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार कैसे कर सकता हूं? अपने हिंदी निबंध लेखन कौशल में सुधार करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक किताबों और समाचार पत्रों को पढ़ना और हिंदी में कुछ जानकारीपूर्ण श्रृंखलाओं को देखना है। ये चीजें आपकी हिंदी शब्दावली में वृद्धि करेंगी और आपको हिंदी में एक प्रेरक निबंध लिखने में मदद करेंगी।
2. CBSE, ICSE बोर्ड परीक्षा के लिए हिंदी निबंध लिखने में कितना समय देना चाहिए? हिंदी बोर्ड परीक्षा में एक प्रभावी निबंध लिखने पर 20-30 का खर्च पर्याप्त है। क्योंकि परीक्षा हॉल में हर मिनट बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, सभी वर्गों के लिए समय बनाए रखना महत्वपूर्ण है। परीक्षा से पहले सभी हिंदी निबन्ध विषयों से पहले अभ्यास करें और परीक्षा में निबंध लेखन पर खर्च करने का समय निर्धारित करें।
3. हिंदी में निबंध के लिए 200-250 शब्द पर्याप्त हैं? 200-250 शब्दों वाले हिंदी निबंध किसी भी स्थिति के लिए बहुत अधिक हैं। इसके अलावा, पाठक केवल आसानी से पढ़ने और उनसे जुड़ने के लिए लघु निबंधों में अधिक रुचि दिखाते हैं।
4. मुझे छात्रों के लिए सर्वश्रेष्ठ औपचारिक और अनौपचारिक हिंदी निबंध विषय कहां मिल सकते हैं? आप हमारे पेज से कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिए हिंदी में विभिन्न सामान्य और विशिष्ट प्रकार के निबंध विषय प्राप्त कर सकते हैं। आप स्कूलों और कॉलेजों में प्रतियोगिताओं, परीक्षाओं और भाषणों के लिए हिंदी में इन छोटे और लंबे निबंधों का उपयोग कर सकते हैं।
5. हिंदी परीक्षाओं में प्रभावशाली निबंध लिखने के कुछ तरीके क्या हैं? हिंदी में प्रभावी और प्रभावशाली निबंध लिखने के लिए, किसी को इसमें शानदार तरीके से काम करना चाहिए। उसके लिए, आपको इन बिंदुओं का पालन करना चाहिए और सभी प्रकार की परीक्षाओं में एक परिपूर्ण हिंदी निबंध की रचना करनी चाहिए:
- एक पंच-लाइन की शुरुआत।
- बहुत सारे विशेषणों का उपयोग करें।
- रचनात्मक सोचें।
- कठिन शब्दों के प्रयोग से बचें।
- आंकड़े, वास्तविक समय के उदाहरण, प्रलेखित जानकारी दें।
- सिफारिशों के साथ निष्कर्ष निकालें।
- निष्कर्ष के साथ पंचलाइन को जोड़ना।
निष्कर्ष हमने एक टीम के रूप में हिंदी निबन्ध विषय पर पूरी तरह से शोध किया और इस पृष्ठ पर कुछ मुख्य महत्वपूर्ण विषयों को सूचीबद्ध किया। हमने इन हिंदी निबंध लेखन विषयों को उन छात्रों के लिए एकत्र किया है जो निबंध प्रतियोगिता या प्रतियोगी या बोर्ड परीक्षाओं में भाग ले रहे हैं। तो, हम आशा करते हैं कि आपको यहाँ पर सूची से हिंदी में अपना आवश्यक निबंध विषय मिल गया होगा।
यदि आपको हिंदी भाषा पर निबंध के बारे में अधिक जानकारी की आवश्यकता है, तो संरचना, हिंदी में निबन्ध लेखन के लिए टिप्स, हमारी साइट LearnCram.com पर जाएँ। इसके अलावा, आप हमारी वेबसाइट से अंग्रेजी में एक प्रभावी निबंध लेखन विषय प्राप्त कर सकते हैं, इसलिए इसे अंग्रेजी और हिंदी निबंध विषयों पर अपडेट प्राप्त करने के लिए बुकमार्क करें।
एक अग्नि दुर्घटना पर अनुच्छेद | Paragraph on A Fire Accident in Hindi
प्रस्तावना:
पिछले वर्ष जून के महीने के एक बहुत गरम दिन की दोपहर थी । मैं अपने कमरे में खाना खाने के बाद आराम से सो रहा था । मेरा कमरा सड़क के किनारे ही था । एकाएक तेज आवाज और भगदड़ का शोर सुनकर मैं चौंककर जाग पड़ा ।
शोर और भगदौड़ तेज होती जा रही थी । मैं फौरन कपड़े पहनकर, पैरों में चाल डाल कर सड़क पर आ गया । मैंने देखा कि बहुत-से लोग शोर मचाते हुए एक दिशा में दौड़े जा रहे थे । मैं भी उनके साथ उसी दिशा में दौड़ पड़ा । दूर से मुझे आग की लपटें उठती दिखाई दी । लपटें बराबर ऊंची उठती जा रही थीं । धुयें के घने बादल आसमान में उठ रहे थे ।
इमारत और उसका मालिक:
ADVERTISEMENTS:
यह इमारत मेरे मोहल्ले में ही थी । मैं इसके मालिक लाला राधेश्याम को जानता था । वे नगर के सबसे धनी लोगों में गिने जाते थे । उन्होंने सीमेन्ट और लोहे की काला बाजारी से बड़ी धनराशि कमाई थी । उन्होंने कुछ वर्ष पूर्त ही अपने पुराने मकान को गिराकर यह भव्य और विशाल इमारत बनवाई थी ।
इमारत बड़ी आलीशान और भव्य दिखाई देती थी । इसमें शीशम के दरवाजे और खिड़कियाँ लगी थीं । इमारत के हरेक कमरे में बड़ा कीमती फर्नीचर और कालीन बिछे हुए थे । कई कमरों में एयर कंडीशन लगाए गए थे । यह तीन मंजिला इमारत थे ।
आग का कारण:
एक वृद्ध नौकर की लापरवाही से इमारत में आग लग गई थी । उसने जलती अंगीठी के पास मिट्टी के तेल की बोतल छोड दी थी और कुछ काम करने रसोई के बाहर चला गया । किसी चूहे या दिल्ली ने वह बोतल गिरा दी और मिट्टी का तैल फैल कर अंगीठी पर जा गिरा ।
जल्दी ही लपटें निकलने लगीं और रसोई की अल्मारी के तख्तों ने आग पकड ली । अल्मारी में घी व तेल आदि रखा था । पास में ही ईंधन का भण्डार था । ची और तेल से आग भड़क कर ईंधन के भण्डार में पहुंच गई और कुछ मिनटों में ही सारा मकान आग की लपटो से घिर गया ।
आग लगने पर:
सौभाग्य से उस समय मकान में अधिक लोग नहीं थे । मकान के मालिक और मालकिन दोपहर का भोजन समाप्त कर अपने एयरकंडीशन्ड कमरे में आराम कर रहे थे । वे आग से बेखबर थे । बगल के कमरे में आग पहुँच जाने पर व उसकी गरमी से वे जाग गए ।
तब तक उनका कमरा सुरक्षित था । घर को आग की लपटों से घिरा देख वे पीछे के दरवाजे से एकदम निकल भागे और सुरक्षित बाहर आ गये । वे बाहर आकर एकदम असहाय से अपने मकान को जलता हुआ देखने लगे ।
भीड़ की सहायता:
हमारे मोहल्ले में केवल लाला जी के घर पर ही टेलीफोन था । अत: टेलीफोन करके फायर बिग्रेड बुलाना संभव नहीं था । कुछ लोग फायर ब्रिगेड को सूवना देने निकल पड़े तथा भीड़ ने आग पर पानी की बाल्टियां फेंकनी शुरू कर दी ।
आसपास के मकानों को भी आग से खतरा बढ़ रहा था । इसलिए पडोस के मकानों से लोग कीमती सामान ले-लेकर भागने की कोशिश मे लग गए और साथ ही अपने घरों से आग पर पानी डालने लगे । आग इतनी प्रचण्ड हो चुकी थी कि बाल्टियों का पानी आग को और प्रज्जलित करता-सा दिख रहा था ।
उस समय नलों में पानी नहीं आ रहा था । इसलिए लोग अपने-अपने घरों का साल जमा पानी ला-ला कर आग में डाल रहे थे । कुछ लोगों ने मिट्टी और बालू को बोरियों में भर-भर कर आग में डालना शुरू कर दिया । भीड़ में बहुत-से तमाशाई भी थे, जो बडा संतोष अनुभव करते हुए कह रहे थे कि बेईमानी से कमाया धन इसी प्रकार नष्ट होता है ।
अधिकांश लोग इस दुर्घटना से बड़े दुःखी थे । मकान-मालिक बदहवास होकर इधर से उधर दौड़ कर लोगों से मकान बचाने की प्रार्थना कर रहा था । मकान-मालकिन हक्की-बक्की हो अपने बाल नोच रही थी और जोर-जोर से दहाड मार कर रो रही थी ।
फायर ब्रिगेड का आना:
लगभग आधा घण्टे बाद फायर ब्रिगेड के दो इंजन और पुलिस की एक गाडी आ धमकी । उन्होंने नलों में पानी पहले ही चालू करवा दिया था । एक फायर ब्रिगेड के साथ पानी से भरा टैंकर भी था । पुलिस ने आते ही भीड़ को दूर करके मकान का घेरा डाल दिया और फायरमैनों ने मोटी धार से मकान पर पानी त्झी धार डालना श्पुरह की ।
उन्होंने पडोस के मकानों को भी तत्काल खाली करवा लिया और उन पर भी पानी की कर छोड़ने लगे, ताकि अनग आगे न पीले । थोडी र्हो देर में लपटे कम होने लगी । लगभग एक घंटे में आग पूरी तरह बुझ गई । फायरमैनों ने कुछ देर तक मलवे पर और पानी डाला ताकि अन्दर की आग भी ठंडी हो जाये ।
दर्शक धीरे-धीरे अपने-अपने घरों त्हो खिसकने लगे । सारी इमारत एक मलवे का ढेर-सी लग रही थी । सौभाग्य से इस दुर्धटना में कोई पानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन मकान पूरी तरह नष्ट हो गया ।
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